बस बातें ही बातें करते बस बातें ही बातें करते
जहां भी जाऊं सज कर जाऊं जो तेरे रंग में, मैं रंग जाऊं। जहां भी जाऊं सज कर जाऊं जो तेरे रंग में, मैं रंग जाऊं।
कर्कश ध्वनि में गीत बजे तो, कोई नहीं समझता है ! कर्कश ध्वनि में गीत बजे तो, कोई नहीं समझता है !
हवा हूँ, हवा हूँ बसंती हवा हूँ। हवा हूँ, हवा हूँ बसंती हवा हूँ।
हाँ उसके बिना कुछ लिखा जाता नही पर तुम कुछ तो समझ उसका प्यार समझ आता नही हाँ उसके बिना कुछ लिखा जाता नही पर तुम कुछ तो समझ उसका प्यार समझ आता नही
छिन लेते हो हंसी अपने लबों की, साथ ही रोने की मोहलत भी ले जाते हो..... छिन लेते हो हंसी अपने लबों की, साथ ही रोने की मोहलत भी ले जाते हो.....